वैश्वीकरण या पश्चिमीकरण
अभी तक का यथार्थ यही नज़र आता है कि वैश्वीकरण का अर्थ व्यापक रूप में पश्चिमीकरण ही है। कुछ एक देशों की व्यापारिक सफ़लता भी सिवाय औद्योगिक निर्यात के पश्चिम को और कुछ नहीं दे पा रही। व्यापक रूप में आधुनिक वैज्ञानिक खोजों का घर भी पश्चिमी देश ही रहे हैं उन्हीं पर आधारित औद्योगिक संपन्नता आज सारे विश्व की पूंजी है। वैश्वीकरण में सांस्कृतिकरण एक महज़ आयोजन है, जो केवल पश्चिम द्वारा ही बाकी सब देशों में किया जा रहा है। पश्चिम का पूर्वीकरण, दक्षिणीकरण या उत्तरीकरण नहीं हो रहा है। सभी का सिर्फ़ पश्चिमीकरण ही हो रहा है।..