उत्तरी अमेरिका के मूलनिवासियों का उन्मूलन– कृष्ण किशोर
मैं तुमसे जुदा हो रहा हूँ और इस के बाद मेरी चेतावनी भी तुम...
मैं तुमसे जुदा हो रहा हूँ और इस के बाद मेरी चेतावनी भी तुम...
...एक पतझड़ की अंधेरी रात में एक बैंकर व्यापारी अपने अध्ययन कक्ष में बेचैनी से घूमता हुआ 15 वर्ष पहले का दिन याद करता है। उस के घर एक पार्टी थी। जिस में ऐसे ही एक बहस छिड़ गई कि सज़ाए मौत बेहतर है या उम्र कैद। बैंकर (व्यापारी) मौत की सज़ा को बेहतर मानता है। रोज-रोज मरने से एक दिन मरना बेहतर। एक युवा वकील जैसे कैसे भी जिन्दा रहते चले जाने को ही बेहतर मानता है। दो मिलियन (बीस लाख) की शर्त जोश में आकर व्यापारी लगा बैठा। युवा वकील ने कहा बीस लाख के लिए मैं पांच नहीं, पन्द्रह साल कैद में रहूंगा। शर्तें लिख ली गईं। युवा वकील एक अन्धेरी कोठरी में रहेगा। सिर्फ एक खिड़की से उसे खाना, किताबें, शराब, संगीत का सामान या जो भी वह चाहे, दिया जायेगा।...
कुछ जिज्ञासाएं अभी तक अनुतरित हैं। विज्ञान, दर्शन, समाजशास्त्र सभी ईमानदारी से स्वीकार करते हैं उन विषयों पर अपनी सीमाओं को। सम्पूर्ण विश्व ब्रह्माण्ड निस्सीम है। उत्पत्ति, समय काल, सभी धुंध में या उस से भी परे। ज्ञान के जितने भी साधन या वाहक हैं - सिर्फ आँखें मिचमिचाकर रह जाते हैं। ज्ञान का साहस, दम्भ, पाखण्ड कुछ भी नहीं चलता। विवशता भी नहीं है, साधनहीनता भी नहीं। सिर्फ स्वीकारोक्ति है कि हम नहीं जानते। अभी तक नहीं जानते।
मुझे देखते हुए उसका उठ खड़ा होना
मौसम बदल जाने जैसा लगा
सारी बर्फ एकदम पिघल जाने जैसा लगा
रातों-रात पेड़ों के पत्तों से भर जाने जैसा
नदी का उछल कर
किनारों की चट्टानों से लिपट जाने जैसा
वस्त्रों से बाहर आकर
पूर्ण समर्पण जैसा
अंग्रेज़ी पढ़ाना मुख्यत: आजीविका से संबंधित था। भारत में भी, और यहां अमेरिका में भी। भाषा और साहित्य पढ़ना एक अलग अनुभव होता है। विश्वविद्यालयी माहौल में जब हम अंग्रेजी साहित्य के छात्र थे, तब लगता था- धरती से आकाश तक ,कण-कण में शब्दों ,ध्वनि और उनके अर्थों की गूंज ही जीवन का सार है। तब भी हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के साहित्य में ही मन अधिक रमता था, हालांकि अंग्रेजी भाषा में पढ़ा जाने वाला साहित्य ही प्रमुख था।
....कैमरों के फ्लैश थे। दो एक पत्रकार थे। उन्हें देख कर वह मुस्कुरा दी। मरने से पहले की अपनी आखिरी हंसी। छोटी सी कहानी समय के गर्त में ले उतरती है। गर्त का अंधेरा कहानी के प्रकाश से जगमगा उठता है।...